भदोही: यहां लाश पर होती है धन वसूली, खाकी को शर्मसार कर रहे पुलिसकर्मी
भदोही: यहां लाश पर होती है धन वसूली, खाकी को शर्मसार कर रहे पुलिसकर्मी
भदोही। यहां मानवता शर्मसार है। इस जगह लोगों की आंसुओं पर कोई पिघलने वाला नहीं है। सामने पड़े अपनों के शव की इनलोगों को कोई परवाह नहीं हैं। इन्हें तो बस पैसे से मतलब है। मरने वाला भले ही किसी को बेटा हो, भाई हो, बाप हो या परिवार का कोई और, लेकिन इनलोगों को किसी से कोई मतलब नहीं है। इन्हें तो बस पैसे चाहिये। पैसे नहीं देंगे तो आप आंसू बहाते रहिये, इनके चेहरों पर कोई शिकन नहीं आयेगी। हद तो यह है कि यहां पर पुलिसकर्मी भी खाकी को शर्मशार कर रहे हैं।
जी हां! भदोही में शवों के पोस्टमार्टम के लिए मृतकों के परिजनों से कर्मचारी अवैध वसूली कर मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। पोस्टमार्टम हाउस आने वाले शवों के चीर फाड़ करने के लिए नियुक्त कर्मचारी द्वारा दुखी परिजनों से एक हजार रुपये और अंग्रेजी शराब की मांग की जाती है और मांग पूरा न होने पर पोस्टमार्टम में आनाकानी की जाती है। यह खुलासा एक मृतक के परिजनों द्वारा बनाये वीडियो से हुआ है जिसमें कर्मचारी परिजनों से रुपये ले रहा है और इस काम मे बाकायदा पुलिसकर्मी भी मदद करता दिखाई पड़ रहा है।
वसूली का ताजा मामला दो दिन पहले का है जब जिले के चौरी थाना इलाके में सड़क दुर्घटना में 30 वर्षीय युवक की मौत हो गयी और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजन जब पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो चीर-फाड़ करने वाले कर्मचारी ने सुविधा शुल्क मांगे। परिजनों का आरोप है कि कर्मचारी ने एक हजार रुपये और अंग्रेजी शराब की मांग की। मांग पूरा न करने पर शव की चीर-फाड़ प्रक्रिया को रोक रखा गया। बेबस और दुखी परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पर जुटे रिश्तेदारों से चंदा इकट्ठा कर कर्मचारी को आठ सौ रुपये और अंग्रेजी शराब दी। जब परिजन रुपये दे रहे थे उस समय वहीं मौजूद परिवार के एक सदस्य ने सुविधा शुल्क लेने का पूरा वाकया अपने मोबाइल में कैद कर लिया।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मानवता को शर्मसार करने वाले इस हरकत में पुलिसकर्मी भी शामिल है और वो परिजनों से रुपए लेकर पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी को दे रहा है। जिस खाकी पर सुरक्षा और न्याय की जिम्मेदारी है वही खाकी मानवता को शर्मसार करने के खेल में शामिल हो तो उससे न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है। अगर वहां मौजूद पुलिसकर्मी चाहता तो अपनो का शव लेने के लिए उन गरीबो को इतना बेबस न होना पड़ता। वहीं पोस्टमार्टम हाउस में जिस कर्मचारी ने रुपए लिए उसका नाम राजन है और वो पिछले कई वर्षों से शवो के चीर-फाड़ और सिलाई का काम करता है। इस मामले से जुड़े वीडियो को देखने के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने जांच कर कार्यवाई की बात कही है।
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