करोड़ों खर्च कर बने बस स्टेशन,फिर भी यहाँ रूकती नहीं बसें

ज्ञानपुर। जिले में परिवहन सेवा बेहतर करने के लिए करोड़ों खर्च कर तीन रोडवेज बस स्टेशन बनाए गए, लेकिन आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ज्ञानपुर में एक मात्र बस तो भदोही में सिर्फ कानपुर के लिए दो बसें पहुंचती हैं। औराई में प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली बसें ही रुकती हैं। आलम यह है कि हाईवे से सटे गोपीगंज कस्बे में एक बस स्टैंड तक नहीं है, जबकि यहां से वाराणसी, इलाहाबाद समेत कानपुर और कोलकाता तक आवागमन होता है।
काशी और प्रयाग के मध्य स्थित भदोही जिले के एक छोर पर हाईवे तो दूसरे छोर पर भदोही-बाबतपुर, ज्ञानपुर-दुर्गागंज मार्ग है। सरकार की तरफ से तीनों विधानसभाओं में एक-एक रोडवेज स्टेशन बनाए गए हैं, लेकिन गिने-चुने रूट के बसों का ही ठहराव होता है। इसका असर आम आदमी से लेकर कालीन निर्यात पर भी पड़ता है। भदोही जनपद के कई ऐसे कस्बे हैं, जो हाईवे से लगे हुए हैं। बाबूसराय, महाराजगंज, औराई, गोपीगंज, समेत कई ऐसे कस्बे हैं, जहां रोडवेज स्टैंड के नाम पर सरकारी बस के ड्राइवर मनचाही नाश्तों की दुकान के सामने बस लगा देते हैं। लोगों की मानें तो वहां बस लगाने पर ड्राइवर और कंडक्टर को मुफ्त में नाश्ता, भोजन आदि मिल जाता है। इन खस्ताहाल बसों में जो कंडक्टर होते हैं वह भी मानक के विपरीत सवारी बैठाते हैं। ज्ञानपुर के दुर्गागंज तिराहे पर 2008 में पांच करोड़ की लागत से रोडवेज डिपो बनाया गया। लोकार्पण के समय लगभग डेढ़ दर्जन बसें उपलब्ध कराकर वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, जौनपुर, सीतामढ़ी, भदरांव, धनतुलसी, सुरियावां, भदोही वाया दुर्गागंज का रुट तय किया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद एक-एक कर सभी बसें यहां से कहां चली गई, किसी को कुछ नहीं पता। वर्तमान में मात्र एक बस ही चलती है। भदोही के जमुनीपुर बाईपास मार्ग पर 31 दिसंबर 2020 को राजकीय बस डिपो का लोकार्पण किया, लेकिन लोकार्पण के चार साल बाद भी अब भदोही डिपो को अपनी बसें न मिल पाईं, न ही भदोही और वाराणसी के बीच रोडवेज बसें संचालित हुईं। फिलहाल कानपुर और वाराणसी के बीच आने-जाने वाली बसों को वाया भदोही चलाया जा रहा है। दो प्रांतों को जोड़ने वाले औराई चौराहे के समीप करीब ढाई करोड़ की लागत से रोडवेज डिपो का दो साल पूर्व जीर्णेाद्धार कराया गया। यहां पर प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली बसों का ही ठहराव होता है। मिर्जापुर, जौनपुर या वाराणसी से प्रयागराज जाने वाली बसें सिक्सलेन से ही गुजर जाती हैं। इससे आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता।

भदोही से दो बसों का संचालन हो रहा है। वहीं ज्ञानपुर में एक बस चलती थी, जो फिलहाल चुनावी ड्यूटी में लगी हुई है। चुनाव बाद कुछ ग्रामीण रूटों पर बसों के संचालन की योजना है। इस पर काम किया जाएगा। - गौतम कुमार, एआएएम, कैंट रोडवेज, वाराणसी।

Comments

महाराष्ट्र के पालघर के बाद बुलंदशहर में दो साधुओं की धारदार हथियारों से हत्या

यूपी में बच्चों को गाड़ी देने वालों के लिए बड़ी खबर, योगी सरकार ने जारी किया बड़ा फरमान, जाना पड़ेगा जेल

कल्पना नहीं है रामायण गाथा, चीन ने भी खोजे "प्रभु श्रीराम के पदचिह्न"