एक्शन में योगी सरकार, प्रयागराज में 35 गायों की मौत की होगी उच्चस्तरीय जांच
यूपी सरकार ने गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष और सदस्यों को जांच के लिए जाने और घटनास्थल का निरीक्षण करने का आदेश दिया है. आयोग की टीम संबंधित अफसरों के साथ बैठक भी करेगी.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्रशासनिक लापरवाही से कांदी गांव की गोशाला में 35 से ज्यादा गायों की मौत के मामले पर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है.
राज्य सरकार ने गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष और सदस्यों को जांच के लिए जाने और घटनास्थल का निरीक्षण करने का आदेश दिया है. आयोग की टीम संबंधित अफसरों के साथ बैठक भी करेगी. पूरी घटना को दैवीय आपदा बताने वाले प्रशासनिक अफसरों में सरकार के इस रुख से हड़कंप मच गया है.
बिजली गिरने से हुई गायों की मौत
दरअसल, प्रयागराज के कांदी गांव की गोशाला में गुरुवार को 35 गोवंश की मौत हो गई थी. अफसरों का कहना था कि बिजली गिरने से इनकी मौत हुई है. हालांकि, गांव में बिजली गिरने का कोई निशान नहीं मिला. वहीं गांववालों का कहना है कि अव्यवस्था की वजह से पशुओं की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि लगातार बारिश से गोशाला में पानी भर गया था और दलदल की स्थिति बन गई थी. जिसकी वजह से पशुओं की मौत हुई.
डॉक्टर्स ने किया पशुओं का चेकअप
इस पूरे मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया और अलग-अलग स्तर पर जांच का आदेश दिया गया है. शहर मे पहुंचे नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले मे पशुपालन विभाग की लखनऊ टीम भी आज (शनिवार) कांदी गांव पहुंची. उन्होंने मृत पशुओं की जांच की और टीम में शामिल चिकित्सकों ने दूसरी जगह ले जाए गए पशुओं का चेकअप भी किया.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा
वहीं इस मामले मे कांदी गांव स्थित गोशाला में मृत पशुओं की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई है. जिसके अनुसार पशुओं की मौत बिजली गिरने से हुई है. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सीएस शर्मा ने बताया कि सभी 35 जानवरों का पोस्टमॉर्टम कराया गया. उनका कहना है कि बिजली गिरने से गोशाला में भरे पानी में करंट दौड़ गया. इसकी वजह से सभी गोवंश की मौत हुई. हालांकि बड़ी संख्या में जानवरों के शव दलदल में फंस गए थे, उनकी मौत भी बिजली की वजह से ही बताई जा रही है.
इस मामले मे सरकार की सख्ती के बाद प्रशासन के स्तर पर भी गोशाला में पशुओं की जांच शुरू कर दी गई है. वहीं वहां काम कर रहे तीन कर्मचारियों को भी हटा दिया गया है. हालांकि अधिकारी फिलहाल इस बारे में भी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
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