नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म करने के मामले में सहयोग करने वाले आरोपी को वाराणसी से गिरफ्तार किया
नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म करने के मामले में सहयोग करने वाले आरोपी को वाराणसी से गिरफ्तार कियाडूंगरपुर | नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के मामले में सहयोग करने वाले आरोपी को रामसागड़ा थाना पुलिस ने...
डूंगरपुर | नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के मामले में सहयोग करने वाले आरोपी को रामसागड़ा थाना पुलिस ने वाराणसी से पकड़ लाई। पुलिस ने इस मामले में कई जगह पर दबिश देकर पीड़िता को यूपी से दस्तयाब किया था। बाल अपचारी को डिटेन कर कोर्ट में पेश किया। जहां से बाल संप्रेषण गृह में है। दरअसल, 21 दिसंबर 2018 को परिवादी ने अपनी नाबालिग पुत्री के गुम होने की रिपोर्ट सागवाड़ा थाने में दी थी, लेकिन पीड़िता का कोई पता नहीं चला। इस पर एसपी ने रामसागड़ा थाने को जांच सौंपी थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि सागवाड़ा बस स्टैंड से बहला फुसला कर भगा ले जाने वाले दो व्यक्ति हैं। पीड़िता को दूसरे व्यक्ति का पता मालूम नहीं था। इस पर पुलिस ने बाल अपचारी से सहयोगी आरोपी से पूछताछ की तो वाराणसी का पता मिला। इस पर नौ जुलाई को थानाधिकारी परमेश्वर पाटीदार के नेतृत्व में मय जाब्ता आरोपी की तलाश में टीम वाराणसी गई। बाल अपचारी पीड़िता को जिस किराए के मकान में लेकर रहा था। वहां के मकान मालिक से आरोपी के बार में पूछताछ की। मकान मालिक ने आरोपी का पता मिर्जापुर जिले के मुनिया गांव बताया। यहां पर पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी को वाराणसी में अपनी बहन के घर होना बताया। पुलिस वहां पहुंुची तो आरोपी पीछे के दरवाजे से भाग निकला। लेकिन आरोपी पकड़ा गया। आरोपी ने अपना नाम किशन उर्फ कृष्णा उर्फ बाबु पुत्र लालधर निवासी मुनिया बताया। इस पर आरोपी ने पीडि़ता को बहला फुसलाकर भगा ले जाने में सहयोग करना बताया।
गिरफ्तार आरोपी।
इस तरह से पकड़े गए बाल अपचारी व आरोपी
बाल अपचारी व सहयोगी आरोपी दोनों मुंबई में रहते थे। इनकी दोस्ती हो गई। पीड़िता को बहला फुसलाकर भगा ले जाने की योजना बनाई। मुंबई जाने के बजाय यूपी चले गए। यहां तीन माह तक रहे। इसके बाद बाल अपचारी ने यूपी के एक गांव में रहते हुए अपने गांव में किसी दोस्त को कॉल किया। इस पर पुलिस ने कॉल डिटेल निकाली तो यूपी के वाराणसी में होना सामने आया। इस पर टीम ने दो बार जाकर बाल अपचारी व सहयोगी आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की।
डूंगरपुर | नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के मामले में सहयोग करने वाले आरोपी को रामसागड़ा थाना पुलिस ने वाराणसी से पकड़ लाई। पुलिस ने इस मामले में कई जगह पर दबिश देकर पीड़िता को यूपी से दस्तयाब किया था। बाल अपचारी को डिटेन कर कोर्ट में पेश किया। जहां से बाल संप्रेषण गृह में है। दरअसल, 21 दिसंबर 2018 को परिवादी ने अपनी नाबालिग पुत्री के गुम होने की रिपोर्ट सागवाड़ा थाने में दी थी, लेकिन पीड़िता का कोई पता नहीं चला। इस पर एसपी ने रामसागड़ा थाने को जांच सौंपी थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि सागवाड़ा बस स्टैंड से बहला फुसला कर भगा ले जाने वाले दो व्यक्ति हैं। पीड़िता को दूसरे व्यक्ति का पता मालूम नहीं था। इस पर पुलिस ने बाल अपचारी से सहयोगी आरोपी से पूछताछ की तो वाराणसी का पता मिला। इस पर नौ जुलाई को थानाधिकारी परमेश्वर पाटीदार के नेतृत्व में मय जाब्ता आरोपी की तलाश में टीम वाराणसी गई। बाल अपचारी पीड़िता को जिस किराए के मकान में लेकर रहा था। वहां के मकान मालिक से आरोपी के बार में पूछताछ की। मकान मालिक ने आरोपी का पता मिर्जापुर जिले के मुनिया गांव बताया। यहां पर पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी को वाराणसी में अपनी बहन के घर होना बताया। पुलिस वहां पहुंुची तो आरोपी पीछे के दरवाजे से भाग निकला। लेकिन आरोपी पकड़ा गया। आरोपी ने अपना नाम किशन उर्फ कृष्णा उर्फ बाबु पुत्र लालधर निवासी मुनिया बताया। इस पर आरोपी ने पीडि़ता को बहला फुसलाकर भगा ले जाने में सहयोग करना बताया।
गिरफ्तार आरोपी।
इस तरह से पकड़े गए बाल अपचारी व आरोपी
बाल अपचारी व सहयोगी आरोपी दोनों मुंबई में रहते थे। इनकी दोस्ती हो गई। पीड़िता को बहला फुसलाकर भगा ले जाने की योजना बनाई। मुंबई जाने के बजाय यूपी चले गए। यहां तीन माह तक रहे। इसके बाद बाल अपचारी ने यूपी के एक गांव में रहते हुए अपने गांव में किसी दोस्त को कॉल किया। इस पर पुलिस ने कॉल डिटेल निकाली तो यूपी के वाराणसी में होना सामने आया। इस पर टीम ने दो बार जाकर बाल अपचारी व सहयोगी आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की।
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