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Showing posts from November, 2021

भदोही में दूल्‍हे को जयमाल के समय फोन से चिपकना भारी पड़ा, बरात बिना दूल्‍हन लिए लौट गई

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भदोही में दूल्‍हे को जयमाल के समय फोन से चिपकना भारी पड़ा, बरात बिना दूल्‍हन लिए लौट गई भदोही में चौरी थाना के एक गांव में शनिवार को स्‍टेज पर जयमाल के समय दूल्हे द्वारा लगातार काफी देर तक मोबाइल फोन से कहीं बात करते रहने को लेकर लड़की पक्ष के लोगों संग विवाद हो गया। पहले तो दूल्‍हन जयमाल के लिए स्‍टेज पर इंतजार करती रही। भदोही, महाकाल एक्सप्रेस संवाददाता । मोबाइल से हमेशा चिपके रहने वालों के लिए यह खबर एक बड़ी चेतावनी है। हर वक्‍त फोन से प्रेम करने वाले लोगों को फोन भले ही आनंद देता हो लेकिन ऐसे लोग असमाजिक श्रेणी में सार्वजनिक कार्यक्रमों में माने जाते हैं। ...और मामला जहां खुद की शादी और जयमाल जैसे समय पर फोन में व्‍यस्‍त होने का हो तो आप सबकी नजरों में सहज ही आ जाते हैं। कुछ ऐसा ही मामला भदोही जिले में सामने आया जहां दूल्‍हा जयमाल के समय मोबाइल फोन पर बात करने को लेकर विवाद हुआ तो दूल्‍हे के असमाजिक बर्ताव से लड़की वालों ने बारात ही लौटा दी।  भदोही जिले में चौरी थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार को शादी से पूर्व स्‍टेज पर जयमाल के समय दूल्हे द्वारा ल...

छाए बादल, धुंध ने घेरा, अचानक बढ़ी ठंड

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ज्ञानपुर (भदोही) : मौसम का मिजाज बदल गया है। ठंड तो पिछले कई दिनों से बढ़ रही थी लेकिन शुक्रवार को सुबह छाए हल्के बादल संग धुंध ने तापमान को और नीचे ला दिया है। ठंड व गलन में वृद्धि से लोग सुबह अलाव का सहारा लेने को विवश हो उठे है। वैसे मौसम विशेषज्ञ के अनुसार दक्षिणी राज्यों में हो रही बारिश के प्रभाव के चलते बादल दिख रहे हैं। बारिश के कोई आसार नहीं हैं। दिन में मौसम सामान्य रहेगा। नवंबर के शुरुआत के साथ ही ठंड का असर दिखाई पड़ने लगा था। शुक्रवार से अचानक मौसम का रुख बदल उठा। सुबह जहां बादल छाए दिखे तो धुंध भी कायम रही। अचानक बदले मौसम व बढ़ी ठंड से लोग गर्माहट लाने के लिए अलाव का सहारा ले लिए। सबसे विकट समस्या गरीब व असहाय परिवारों के समक्ष खड़ी हो गई है। बदले मौसम को लेकर कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि दक्षिणी प्रदेशों में हुई बारिश का असर जिले में भी हल्के बादल के रूप में देखने को मिल रहा है। साथ ही धुंध भी छाई रही। बताया कि मौसम विभाग की एडवाइजरी के जारी पूर्वानुमान के अनुसार आगामी दिनों में सुबह-शाम धुंध दिखेगी। दिन व रात के तापमान...

200 करोड़ खर्च, पूर्ण नहीं हो सके 18,000 आवास

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ज्ञानपुर (भदोही) : सरकार की ओर से शनिवार को आवास दिवस मनाने का फरमान जारी किया गया है। इस दिन काशीनरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को लाभान्वित कराया जाएगा लेकिन हकीकत कुछ और ही है। आलम यह है कि चार वित्तीय वर्ष में 200 करोड़ खर्च होने के बाद भी आवास पूर्ण नहीं हो सके हैं। कहीं पर अभी तक छत नहीं पड़ी है तो कहीं पर दीवारों का प्लास्टर तक नहीं कराया जा सका है। गरीबों को आशियाना उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना अधिकारियों की लापरवाही के भेंट चढ़ चुकी है। धीरे-धीरे चार वर्ष से अधिक का समय बीत गया लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 से लेकर अब तक आवंटित 18,000 से अधिक आवासों का निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। खास बात तो यह है कि इन दोनों वित्तीय वर्ष के सभी तीनों किश्त लाभार्थियों के खाते में भेजा जा चुका है। हकीकत यह है कि कहीं पर अभी तक छत तक नहीं पड़ी हैं तो अस्सी फीसद आवासों का प्लास्टर और पोताई नहीं हो सकी है। ह...

एक सिगरेट छः मिनट कम कर देता है आपकी जिंदगी,इसमें होते हैं चार हजार हानिकारक तत्व...

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गोरखपुर: विशेषज्ञों के अनुसार एक मध्यम आकार का सिगरेट पीने से लगभग छह मिनट ज‍िंदगी कम हो जाती है। सिगरेट में निकोटिन, टार, आर्सेनिक और कैडमियम सहित चार हजार हानिकारक तत्व होते हैं। इसके अलावा वायु प्रदूषण, चूल्हे और चिमनी का धुआं भी हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहा है। सीओपीडी (क्रोनिक आब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) से बचने के लिए घर का लकड़ी वाला चूल्हा बंद कर लोगों को गैस चूल्हे पर आना होगा। इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल नवंबर के तीसरे बुधवार को विश्व सीओपीडी दिवस मनाया जाता है। मेडिकल कालेज में गंभीर स्थिति में रोज पहुंच रहे 10-11 मरीज बीआरडी मेडिकल कालेज के टीबी एवं चेस्ट रोग विभाग में प्रतिदिन 10-11 सीओपीडी के मरीज पहुंच रहे हैं। डाक्टरों के अनुसार सभी मरीज स्टेज-4 के होते हैं। तीन-चार को तत्काल भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया जाता है। लेकिन ज्यादा गंभीर होने की वजह से उन्हें बचाना संभव नहीं हो पाता। अधिकतम छह माह में उनकी मौत हो जाती है। यदि स्टेज एक या दो के दौरान मरीज विभाग में आ जाएं, तो उन्हें बचाना आसान होगा। इसके लिए कोई दिक्कत होने पर...

चककलूटी गांव के पास पेड़ से टकरा कर बाइक सवार युवक की मौत,साथी गंभीर रूप से घायल।

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ज्ञानपुर (भदोही): कोतवाली क्षेत्र के चककलूटी गांव के पास गुरुवार की शाम पेड़ से टकरा कर बाइक सवार युवक की मौत हो गई जबकि साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वजनों में कोहराम मच गया। भदोही कोतवाली क्षेत्र के तुलसी चक गांव निवासी रजनीश यादव (26) अपने मित्र सनी यादव के साथ किसी कार्य से ज्ञानपुर स्थित सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के कार्यालय में आया था। शाम चार बजे दोनों एक ही बाइक से घर लौट रहे थे। बाइक रजनीश चला रहा था। चककलूटी गांव के समीप सामने से आ रही कार से बचने के चक्कर में वह बाइक से नियंत्रण खो बैठा। अनियंत्रित बाइक सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। दुर्घटना के बाद घटना स्थल पर जुटे ग्रामीणों ने एंबुलेंस को फोन कर बुलाया। आनन-फानन दोनों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया,जहां चिकित्सक ने रजनीश को मृत घोषित कर दिया। घायल सनी यादव को प्राथमिक उपचार के बाद अन्यत्र रेफर कर दिया। सूचना पर युवकों के परिवार के लोग भी जिला अस्पताल पहुंच गए। रजनीश के शव को देख परिजनों का रो-रो कर बु...

मुंबई पुलिस के इस पूर्व अधिकारी की हो सकती है संपत्ति कुर्क, मजिस्ट्रेट अदालत ने घोषित किया था ‘भगोड़ा’

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सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार अपने एक आदेश में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को को अपना ठिकाना बताने को कहा। दरअसल, मुंबई के एक मजिस्ट्रेट अदालत ने बुधवार को परमबीर सिंह और शहर के कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के एक मामले में सुनवाई करते हुए सिंह को भगोड़ा घोषित किया था। परमबीर सिंह वर्तमान में होम गार्ड्स के महानिदेशक के रूप में तैनात थे। आखिरी बार मई में उन्होंने अपने कार्यालय में भाग लिया था, जिसके बाद वह छुट्टी पर चले गए थे। राज्य पुलिस ने अक्टूबर में बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया था कि अब तक उनके ठिकाने का पता नहीं चल सका है। बता दें कि परमबीर सिंह ने गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग करते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था। अदालत ने उनके वकील से कहा कि सिंह की याचिका पर तभी सुनवाई होगी जब वह यह बताएंगे कि वह देश या दुनिया के किस हिस्से में हैं। शीर्ष अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 22 नवंबर की तारीख तय की है। मुंबई में यह पहला मामला है जब किसी पुलिस कमिश्नर को भगोड़ा घोषित किया गया है। 59 वर्षीय परमबीर सिंह शहर के 43वें पुलिस आयुक्त थे। गौरतलब हो कि परमबीर सिं...

गौरवशाली इतिहास की सुनाएंगे गाथा-आरएसएस के जिला प्रचारक सुरेश जी...

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ज्ञानपुर। भारतीय संस्कृति को लेकर फैलाई गई भ्रामक बातों को समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसकी अनुसांगिक संगठन 19 नवंबर से 16 दिसंबर तक गांव-गांव भारत माता पूजन कार्यक्रम में इसका जिक्र करेंगे। यह बातें जिला प्रचारक सुरेश जी ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय जागरण (प्रखर राष्ट्रवाद) के जागरण के लिए 19 नवंबर से 16 दिसंबर तक विविध कार्यक्रम होंगे। इसके तहत 19 नवंबर को कुल नौ स्थानों पर भारत माता पूजन का शुभारंभ होगा। जिसमें खेल मैदान हरदेवपुर, कालिका इंटर कॉलेज कोइरौना, घोसिया के प्राचीन शिव मंदिर, भारतीय इंटर कॉलेज चौरी, जोधराज सिंह पक्का तालाब सुरियावां, मतेथू हनुमान मंदिर, केएनपीजी कॉलेज के रामलीला मैदान, गुलाबधर मिश्र इंटर कॉलेज गोपीगंज और भदोही काली देवी मंदिर शामिल हैं। इसके अलावा महीने भर तक चलने वाले कार्यक्रम में18 स्थानों पर बाइक रैली, 36 स्थानों पर पद यात्रा, पांच स्थानों पर कन्या कलश यात्रा, 10 झांकियां और 36 स्थानों पर प्रभात फेरी निकाली जाएगी। उन्होंने बत...

खड़ंजा मार्ग खोदे जाने से नाराज ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

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गोपीगंज क्षेत्र के कसिदहा गांव में सौ वर्ष पुराना खड़ंजा मार्ग को अराजकतत्वों द्वारा खोदे जाने से ग्रामीणों में रोष काफी बढ़ गया है। खड़ंजा मार्ग खनने वालों के खिलाफ ग्रामीणों ने सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए नथईपुर-ज्ञानपुर मार्ग को घंटो जाम कर दिया। सड़क पर बोल्डर, झाड़ियां रख ग्रामीणों ने चक्काजाम कर मनबढ़ों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लगभग सौ वर्ष पूर्व बनी सड़क दबंगो द्वारा खोद दिए जाने से नाराज ग्रामीण सड़क जाम कर दिए। जामकर रहे लोगो ने आरोप लगाया कि कसीदहा गांव में स्थित खड़ंजा मार्ग कई गांवो को जोड़ता है। ग्रामीण इसी मार्ग से रोजाना आवागमन करते हैं। कुछ लोगों द्वारा मार्ग पर खुदाई कर की गई है। इस वजह से इस मार्ग से आवागमन प्रभावित हो रहा है। मार्ग की खुदाई होने से नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर जमकर नारेबाजी की। जिला प्रशासन से मांग किया कि जिन लोगों ने मार्ग पर खुदाई की है। उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। लगभग डेढ़ घंटे तक चली जाम के दौरान पहुंची पुलिस समझाकर जाम खत्म करा दिया। ग्रामीणों ने चेताया कि ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण हर स्तर से आवाज उठ...

पुलिस की मौजूदगी मे खाली कराया खड़ंजा मार्ग,खड़ंजा निर्माण कार्य हुवा सम्पन्न।।

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जागरण संवाददाता, चौरी (भदोही) : लंबे समय से अतिक्रमण बाधित किए गए खड़ंजा मार्ग को मंगलवार को मय फोर्स पहुंचे तहसीलदार भदोही रामजी व बीडीओ कमलजीत ¨सह ने काली कराया। हालांकि इस दौरान प्रशासन को महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन भारी फोर्स के आगे उनकी एक न चली। इस मामले में ग्राम प्रधान रामाशंकर की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर खड़ंजा मार्ग से हटे अतिक्रमण से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। भदोही ब्लाक के माधोरामपुर गांव में रास्ते का विवाद लंबे अर्से से प्रशासन के लिए सिर दर्द बना था। इससे पहले भी कई बार अतिक्रमण हटवाने का प्रयास किया गया था लेकिन विरोध के कारण सफलता नहीं मिली थी। पूर्व में ग्राम सभा द्वारा बिछाए गए खड़ंजे को कुछ लोगों द्वारा उखाड़ दिया गया था। हद तो तब हो गई जब उसी खड़ंजे की ईंट की दीवार खड़ी कर टिन शेड डालकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया। ग्रामीणों की गुहार पर दो माह पहले अतिक्रमण हटाने गई पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। कई बार पुलिस द्वारा रास्ते को लेकर हुए विवाद को बातचीत से हल करने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नही मिल...

कहीं प्रधान के देवर,भाई, कहीं पति, तो कहीं बेटे की हूँकूमत, दरबारी बने सेकेट्ररी.!!

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यूपी के विभिन्न जिलों में जमकर पंचायती राज का मखौल उड़ रहा है और शासनिक अधिकारी भी मजबूरन ‘धृतराष्ट्र की भूमिका’ में हैं.  कहीं प्रधान बनी भौजी के देवर प्रतिनिधि बने घूम रहे हैं, तो कहीं ‘प्रधान पति’ भी खुद को ग्राम प्रधान कहकर गौरवान्वित ही नहीं कर रहे हैं बल्कि सुगंधित फूल की मालाएं पहन रहे हैं. ऐसे में प्रधान पूत कहां पिछड़ने वाले थे, वे भी ब्लाक में परधानी का ठेला सजा लिए हैं.   पंचायती राज का सबसे बड़ा मखौल यह उड़ रहा है कि कुछ पथभ्रष्ट सेकेट्ररी भी इन्हीं मुखबोले प्रतिनिधियों के दरबारी बन बैठे हैं। जगजाहिर है कि पंचायती राज व्यवस्था में चुने गए जन प्रतिनिधि को अपना प्रतिनिधि नामित करने की व्यवस्था नहीं है. फिर भी कुछ ग्राम प्रधान अपने परिवार के सदस्यों को कार्यभार सौप देते हैं. जहां उक्त मुखबोले प्रतिनिधि अधिकारियों के सामने प्रधान बनकर पहुंचने लगते हैं. प्रस्ताव की आड़ में लूट-खसोट की शिकायतें भी बढ़ती है लेकिन प्रधानजी अंजान बने रहते हैं. ज्यादातर महिला जन प्रतिनिधि यह रवैया अपनाती हैं. हालांकि शासन द्वारा इस पर रोक लगा चुका है. इसके बाद भी यह चलन बरकरार है...