200 करोड़ खर्च, पूर्ण नहीं हो सके 18,000 आवास
ज्ञानपुर (भदोही) : सरकार की ओर से शनिवार को आवास दिवस मनाने का फरमान जारी किया गया है। इस दिन काशीनरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को लाभान्वित कराया जाएगा लेकिन हकीकत कुछ और ही है। आलम यह है कि चार वित्तीय वर्ष में 200 करोड़ खर्च होने के बाद भी आवास पूर्ण नहीं हो सके हैं। कहीं पर अभी तक छत नहीं पड़ी है तो कहीं पर दीवारों का प्लास्टर तक नहीं कराया जा सका है।
गरीबों को आशियाना उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना अधिकारियों की लापरवाही के भेंट चढ़ चुकी है। धीरे-धीरे चार वर्ष से अधिक का समय बीत गया लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 से लेकर अब तक आवंटित 18,000 से अधिक आवासों का निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। खास बात तो यह है कि इन दोनों वित्तीय वर्ष के सभी तीनों किश्त लाभार्थियों के खाते में भेजा जा चुका है। हकीकत यह है कि कहीं पर अभी तक छत तक नहीं पड़ी हैं तो अस्सी फीसद आवासों का प्लास्टर और पोताई नहीं हो सकी है। हद तो तब हो जाती है कि छत पड़ जाने के बाद उसकी जीओ टैगिंग भी कर दी जा रही है। इसके साथ ही आवास पूर्ण होने का दावा भी किया जा रहा है जबकि स्थिति यह है कि कुछ को छोड़ दिया जाए तो सर्वाधिक आवास अभी तक न तो प्लास्टर कराया जा सका है और न ही फर्श बनाया जा सका है। सीडीओ भान प्रताप सिंह का कहना है कि लाभार्थियों के खाते में बजट भेजा गया। इसकी लगातार मानीटरिग की जा रही है। जहां पर दोषी मिल रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
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