गुटखे का काला सच ! आज खुलेगा पूरा पोल; कौन सप्प्लायर है ? और कौन है गुटखा माफिया ?15 अगस्त पर बड़ा खुलासा।।
दोस्तों मेरा नाम कन्हैयालाल दुबे (KLDUBEY) है और मै एक पत्रकार हूँ, कई सालों से महाराष्ट्र में गुटखा बंद है फिर भी गुटखा माफिया महाराष्ट्र के हर जिलों में गुटखा सप्लाई करते है, गुटखा बैन होने से राज्य सरकार को टैक्स नहीं देना पड़ता है, और यही शुरू होता है गुटखा तस्करी का खेल, इस खेल में करोडो रुपये रोज़ हेरा-फेरी होती है। इस गुटखा तस्करी के चौरस का वजीर कौन है ? बादशाह कौन है ? और इस आईन-ए-अकबरी’ में पाँसा कौन फेकता हैं। सबके बारे आज पोल खोलूँगा, धयान से पूरा पढ़िए।
बाबू अकरम उर्फ इब्राहीम पटेल कैसे वाइट एंड वाइट घूमता है?
आइये शुरू करते है........गुटखा किंग को भाई बाबू अकरम उर्फ इब्राहिम यासीन पटेल और नौशाद यासीन पटेल उर्फ पापा चलाते हैं। एक बार माल महाराष्ट्र के तलासरी में उतार दिया जाता है, तो पटेल भाई ही उन्हें मुंबई और ठाणे क्षेत्रों में वितरित करते हैं। इनमें से तीन (1) राजू शेट्टियार उर्फ राजेश वाला (2) राजू राजकुमार सपाटे (3) शौकत मुंबई में बाबू अकरम उर्फ इब्राहिम यासीन पटेल के लिए काम करते हैं। बाबू अकरम उर्फ इब्राहिम पटेल पर महाराष्ट्र में गुटखा तस्करी के कई मामले दर्ज हैं. नासिक में तस्करी के कई मामले हैं. वह नासिक के इगतपुरी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 2 मामलों में वांछित है। इसी तरह, वह देवलाली कैंप क्षेत्र में 2 अपराध, मालेगांव में 2 अपराध, वाडिवार में 1 अपराध में वांछित है। हालाँकि, बाबू अकरम उर्फ इब्राहीम पटेल कैसे वाइट एंड वाइट घूमता है? चूंकि बाबू अकरम गुटखा तस्करी में शामिल है। साथ ही उन्होंने दिखावे के लिए दूसरे बिजनेस भी शुरू कर दिए हैं. इन साफ-सुथरे धंधों के जरिए वह गुटखे की काली कमाई को सफेद करता है।
‘राज-निवास’ को कौन संभालता है ?
आशु गुप्ता और विकास गुप्ता मुंबई में ‘राज निवास’ गुटखा का प्रबंधन करते हैं। गुटखा की विभागवार बिक्री के लिए अमानुल्लाह – सफले से दहानू, राम विलास यादव, श्रीनाथ सिंह – नालासोपारा – वसई – विरार, राहुल तिवारी – नायगांव, शाहनाज – भिवंडी, नौशाद पटेल उर्फ पापा – मीरा भायंदर, अरमान खान – उत्तान, गोराई, जहीर इनसे – धारावी, इमरान – नल बाजार, जमीर कुरेशी उर्फ जंबो – गोवंडी, अफजल मेमन – ठाणे, कन्हैया – दहिसर, साकिब शेख – अंधेरी, अब्दुल्ला शेख – जोगेश्वरी काम संभालते हैं।
‘राज निवास’ के दूसरे प्रमुख डीलर दिलीप बदलानी हैं और उनसे विभिन्न जिलों में बिलाई – धुले, सुनील तोतलानी – नासिक, रिजवान खान – हिमायत नगर, गुरव भंडारी – लातूर, सैयद मोइन साहब – नांदेड़, गफ्फार – परली, सना, आबा मुले। सूत्रों से पता चला है कि – बीड, लालाजी – जालना ओल्ड एमआईडीसी, राकेश भतीजा – भुसावल, जलगांव, प्रकाश – पुणे काम संभाल रहे हैं।
‘पीके’ गुटखा कौन संभालता है ?
‘पीके’ नाम के इस ग्रुप को देशभर में बैन कर दिया गया है. इसकी उत्पत्ति राजस्थान के कोटा से होती है। ‘पीके’ और ‘गोल्ड’ गुटखा अमरावती और हैदराबाद की फैक्ट्रियों में बनाया जा रहा है, फैक्ट्री के मालिक मूलचंद और गुलाबचंद जयसवाल हैं, वर्तमान में यह गुटखा हैदराबाद और अमरावती में तीसरी पार्टी द्वारा बनाया जा रहा है। उदयपुर के सुरेश बंसल और लोकेश जैन वहां गुटखा बनाते हैं। वहां से इसे मुंबई लाया जाता है. इस गुटखे के मालिक अरुण जोशी हैं. जबकि प्रमुख डीलर आशु गुप्ता उर्फ शिवप्रकाश गुप्ता और विकास गुप्ता हैं। इसके परिवहन की देखरेख बाबू अकरम उर्फ इब्राहिम, यासीन पटेल, राजू शेट्टियार उर्फ राजेश वाला और राजू राजकुमार सपाटे करते हैं।
नवी मुंबई में गुटखा तस्करी में फरार मुजरिम लोग खुलेआम गुटखा तस्करी -जैसे- मयूर राम पोलादे,उत्तम राव,जीतू गुप्ता,अरविंद गुप्ता इसमें से कोई SS ब्रांच से तो कोई नारकोटिक्स से तो कोई पनवेल से फरार,पाहिजे आरोपी पर पोलिस नहीं पकड़ पा रही है और यही लोग झोन 1 में खुलेआम गुटखा तस्करी ?
संजय मिश्रा महाराष्ट्र के मार्केटिंग हेड हैं
सूत्रों ने बताया कि ‘राज निवास’ का निर्माण राजस्थान के मालवा पैकेजिंग में होता है, जिसके दो पार्टनर रमजान और कृष्णा माही शुक्ला हैं और ये डमी पार्टनर हैं। असीम सिंह सभी मुख्य धन लेनदेन की देखभाल करते हैं जबकि सुभाष नौडियाल के पास महाराष्ट्र और बिहार के बिक्री प्रमुख हैं। संजय मिश्रा महाराष्ट्र के मार्केटिंग हेड हैं, जहां स्थानीय स्तर पर स्किमिंग माल की कमी है? इसलिए इसकी आपूर्ति करने की जिम्मेदारी उनकी है. सुजीत मिश्रा मुंबई का काम संभालते हैं जबकि प्रेम चौरसिया मराठवाड़ा, नांदेड़, जालना का काम संभालते हैं। मुंबई में इब्राहिम यासीन पटेल उनके अधीन, राजेश राजू शेट्टियार उनके अधीन और राजकुमार फ्लैटे काम करते हैं। नौशाद यासीन पटेल उर्फ पापा नीलेश, नन्ने और इब्राहिम डिपो माल के प्रभारी के अधीन विभिन्न गोदामों का प्रमुख है।
मीडिया रिपोर्ट न्यूज़ एक्शन टीवी के मुताबिक मुंबई में इब्राहिम यासीन पटेल उर्फ बाबू अकरम के अधीन राजेश राजू शेट्टियार और उनके अधीन राजकुमार सफाटे गुटखा का प्रबंधन करते हैं। नीलेश चन्ने और इब्राहिम डिपो के प्रभारी हैं और गुटखा का माल उनके नियंत्रण में विभिन्न गोदामों में है…. जहां तक डीलरों का सवाल है, आशु गुप्ता उर्फ शिवप्रकाश गुप्ता मुंबई और पुणे के प्रभारी हैं। आशु गुप्ता को उन्नाव का मूल निवासी माना जाता है। उसके बाद बुरे वक्त में कंपनी को मिश्रा ने फाइनेंस किया था जब दिलीप ददलानी मुख्य डीलर थे और राकेश भठेजा उर्फ बब्बू पार्टनर थे। सूत्रों से चौंकाने वाली जानकारी मिली है कि उनका ऑफिस जलगांव में बाफना ज्वैलर्स के आसपास है। जल्द ही इसकी जानकारी मै आपको दूंगा।
आप सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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