मिर्जापुर:खवासपुर गांव में भीषण अग्निकांड, सौ घर जले
सहारनपुर, जेएनएन। घाड़ क्षेत्र के गाव खवासपुर में बुधवार देर शाम भीषण अग्निकाड हो गया। तेज हवा के बीच देखते ही देखते आग ने करीब सौ घरों को चपेट में ले लिया। घरों में मौजूद लोग यहां वहां भागने लगे। पशु भी जंगल की ओर चले गए। फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां देर रात तक आग बुझाने में जुटी रहीं। तहसीलदार और थाना मिर्जापुर पुलिस मौके पर मौजूद रहे। आग से घर मे रखा सारा सामान व रुपये भी जल गए। ये परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। गनीमत रही कि कोई गा्रमीण व उसका परिवार हताहत नहीं हुआ।
घाड़ क्षेत्र के गाव खवाशपुर में अचानक उठी एक चिंगारी ने देखते ही देखते करीब सौ घरों को अपनी चपेट में ले लिया। पूरा गांव आग से घिर गया। जलते घर और लपटें देख अफरा तफरी मच गई। लोग घरों से खुद व परिवार को निकालकर यहां वहां भागने लगे। घर में बंधे पशु खुलते ही जंगल की ओर चले गए। तेज हवा के कारण भी आग तेजी से फैली। चीख पुकार के बीच पूरे गांव में भगदड़ जैसे हालात बन गए। लोगों के सामने उनकी गृहस्थी जल रही थी लेकिन वह चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे थे क्योंकि घाड़ क्षेत्र में वैसे भी पानी का संकट है। आग इतनी तेजी से फेली कि किसी को सामान निकालने तक का मौका नहीं मिला। लोग अपनी व परिवार की जान बचाने में लगे थे। एक एक कर दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पानी शुरू किया। पानी खत्म होने पर रजवाहे से पानी लाना पड़ा। मौके पर मोजूद थाना प्रभारी वीरेश पाल गिरी का कहना था कि लगभग सौ घर आग की चपेट में आए हैं। आग बुझने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी। कुछ घर छप्परनुमा तो कुछ पर टिन शेड थे। कई पक्के मकानों की दीवारों पर दरार भी आ गई। अभी यह भी स्पष्ट नहीं हो सका कि आग से कितने का नुकसान हुआ है। लाखों घरेलू सामान व घरों में रखी कुछ नगदी आग की भेंट चढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। मकान भी पूरी तरह जल गए हैं। यहां वहां से पानी लाकर ग्रामीण भी आग बुझाने में मदद करते रहे। अभी यह पता नहीं चल सका कि प्रभावित किस व्यक्ति का कितना नुकसान हुआ है।
सडीएम दीप्ति देव यादव ने बताया कि तहसीलदार आशुतोष कुमार को मौके पर भेज दिया गया है। दमकल के देर से मौके पर पहुंचने को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त था। क्षेत्रीय विधायक नरेश सैनी व काग्रेस नेता सायान मसूद भी पहुंच गए। समाचार लिखे जाने तक आग पूरी तरह से नहीं बुझ पाई थी। दमकल की गाड़ियां लगी हुई थीं। इंद्रदेव की हुई कुछ मेहरबानी
रात मे जिस वक्त आग ने विकराल रूप धारण कर रखा था और दमकल की गाड़ियों का पानी खत्म हो रहा था और उन्हें रजवाहे से पानी लाना पड़ रहा था, उसी दौरान कुछ देर हल्की बारिश हुई। इससे कुछ हद तक आग कम भी हुई। आ गए आसमान के नीचे
कोरोनाकाल में लॉकडाउन के बीच हुए अग्निकांड ने करीब सौ परिवारों का सबकुछ तहस नहस कर दिया। ये परिवार आसमान के नीचे आ गए हैं। अब इनके पास एक समय खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा है।
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